सोनवर्षा राज (सहरसा): सहसौल पंचायत अन्तर्गत सहसौल गांव निवासी सोना देवी ने अंचलाधिकारी सोनवर्षा पर दाखिल खारिज के मामले को लेकर वाद संख्या 696/22-23 के दो डिसमिल जमीन के दाखिल खारिज के लिए 5 अप्रैल 2022 को ही आवेदन दिए, लेकिन अंचल कार्यालय में कर्मी के द्वारा 30000 की राशि की मांग की गई, आजतक मेरे काम पर ध्यान नहीं दिया गया। इसी मामले को लेकर सैकड़ों लोगों द्वारा हस्ताक्षरित आवेदन वरीय पदाधिकारी को दिया गया है। मिली जानकारी अनुसार अंचल क्षेत्र अन्तर्गत विभिन्न गांवों के रैयतों ने सोनवर्षा अंचलाधिकारी उदय शंकर मिश्र पर बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होने का लगाया आरोप। अंचल क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणो ने सीओ उदयशंकर मिश्र पर भूमि संबंधित मामलो के निपटारे में गैर सरकारी व्यक्ति को बहाल किये जाने व कार्य निष्पादन के एवज में अवैध राशि लिये जाने का आरोप लगाया है। अंचल कार्यालय में कार्यरत विभिन्न हल्का में कार्यरत कर्मचारी को निजी कई कर्मी हैं, जो दाखिल खारिज सहित अन्य कार्य को लेकर क्षेत्र के रैयतों से मनमाफ़िक नजराना की मांग करता है। अंचल कार्यालय मे बिना नजराना का एक भी काम नहीं होने का आरोप लगाया है। इस बाबत सैकड़ों ग्रामीणो ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री बिहार सहित राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री को आवेदन देकर अंचल में व्याप्त बिचौलियों समैत संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गुहार लगाई है। उपलब्ध आवेदन में ग्रामीणों ने सीओ उदयशंकर मिश्र पर आरोप लगाते हुए बताया है कि अंचल में भूमि से संबंधित हर एक कार्य के लिए कर्मियों के द्वारा अवैध राशि की वसूली की जाती है। मामले में शिकायत के बाबजूद कभी किसी तरह की कोई कार्रवाई नही की जाती। आवेदन देने वालो में सोना देवी, बलराम रजक, अंकज कुमार सिंह, प्रमोद चौधरी, दीपक सिंह, पिंटू यादव, सुमन कुमार सिंह, रोहित कुमार झा, संजय यादव, दुर्गेश यादव, रंधीर कुमार सिंह, दिलीप यादव, मुरारी पासवान, सोनेलाल मुखिया, उमेश झा समैत सैकड़ो ग्रामीण शामिल हैं। इस संबंध में सीओ उदय शंकर मिश्र ने बताया कि जानकारी मिली है जांच कमिटी गठित कर दिया गया है। साक्ष्योउपरांत दोषी व्यक्तियों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।